बांके बिहारी मंदिर, जो उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित है, भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर 19वीं शताब्दी में स्वामी हरिदास के वंशजों द्वारा बनवाया गया था और अपनी स्थापना के बाद से ही भक्तों को आकर्षित करता रहा है।
मंदिर का इतिहास:
मंदिर के पीछे की कहानी 16वीं शताब्दी के प्रसिद्ध संत स्वामी हरिदास से जुड़ी है। भक्तों का मानना है कि स्वामी हरिदास को भगवान कृष्ण के दर्शन हुए थे, जिनके रूप को उन्होंने अत्यंत मनमोहक और आकर्षक (बांके) पाया। इसी अनुभव से प्रेरित होकर, उन्होंने वृंदावन में भगवान कृष्ण की एक मूर्ति स्थापित करने का निर्णय लिया।
मंदिर की स्थापना:
स्वामी हरिदास के निधन के बाद, उनके वंशजों ने 1863 में मंदिर का निर्माण शुरू किया। मंदिर का निर्माण 1864 में पूरा हुआ था। मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की मूर्ति काले संगमरमर से बनी है और इसे “बांके बिहारी” के नाम से जाना जाता है।
मंदिर की विशेषताएं:
- बांके बिहारी की प्रतिमा: मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की मूर्ति काले संगमरमर से बनी है और इसे “बांके बिहारी” के नाम से जाना जाता है।
- 6 मूर्तियाँ: मंदिर में भगवान कृष्ण की 6 मूर्तियाँ हैं, जिन्हें “छह ऋतुओं के ठाकुर” के रूप में जाना जाता है।
- पर्दे: भगवान कृष्ण की मूर्ति हमेशा एक पर्दे से ढकी रहती है। यह पर्दा दिन में 5 बार खोला और बंद किया जाता है।
- आरती: मंदिर में हर 3 घंटे में आरती होती है।
- भक्तों की भीड़: बांके बिहारी मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर में हर दिन हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
रोचक तथ्य:
- मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग लाइनें हैं।
- मंदिर में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है।
- मंदिर में मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमति नहीं है।
- मंदिर में प्रसाद (भोजन) मुफ्त में वितरित किया जाता है।
- मंदिर के आसपास कई दुकानें और स्टॉल हैं जो धार्मिक वस्तुएं और स्मृति चिन्ह बेचते हैं।
बांके बिहारी मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है। यह मंदिर भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आनंद प्रदान करता है।
दर्शन के समय (Darshan Timings)
मौसम (Season) | दर्शन का समय (Darshan Timing) |
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गर्मी (Summer) (मार्च से अक्टूबर) | सुबह 7:15 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और शाम 4:30 बजे से रात 9:30 बजे तक |
सर्दी (Winter) (नवंबर से फरवरी) | सुबह 7:15 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक और शाम 4:15 बजे से रात 9:15 बजे तक |
अगर आप कभी वृंदावन जाते हैं, तो बांके बिहारी मंदिर का दौरा जरूर करें।