BREAKING News: TRAI ला रहा है CNAP – अब हर कॉल पर Caller का Verified नाम दिखेगा

भारत में अनजान नंबर से आने वाली कॉल अब आम लोगों के लिए सिरदर्द बन चुकी हैं। हर दिन लाखों लोग spam calls, fraud calls और fake bank या government calls से परेशान रहते हैं। इसी समस्या को खत्म करने के लिए TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) एक नया सिस्टम ला रहा है, जिसे CNAP (Calling Name Presentation) कहा जा रहा है।

इस नए फीचर के आने के बाद, अब सिर्फ नंबर नहीं बल्कि कॉल करने वाले का verified नाम भी आपके फोन की स्क्रीन पर दिखाई देगा।

CNAP क्या है और यह क्यों ज़रूरी है?

CNAP एक government-backed caller ID system है, जो सीधे mobile network के अंदर काम करेगा।
इसका मतलब यह है कि आपको caller की पहचान के लिए किसी भी third-party app की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

आज के समय में:

  • लोग unknown calls उठाने से डरते हैं
  • Scammers खुद को बैंक या सरकारी अफसर बताकर ठगते हैं
  • Caller ID apps कई बार गलत नाम दिखाती हैं

TRAI का मानना है कि अगर कॉल के साथ सही नाम दिखेगा, तो fraud calls पर काफी हद तक रोक लग सकती है।

CNAP कैसे करेगा काम?

CNAP का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह telecom operator के KYC database पर आधारित होगा।

जब कोई व्यक्ति SIM लेता है, तो:

  • Aadhaar या valid ID दिया जाता है
  • Telecom company उस नाम को verify करती है

CNAP उसी verified नाम को कॉल के समय दिखाएगा।

Major Technical Points (English Only):

  • Uses telecom KYC verified database
  • No crowd-sourced names
  • Works at network level
  • No app installation required

इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी fake नाम या nickname अब आसानी से show नहीं होगा।

CNAP और Truecaller में क्या फर्क है?

भारत में Truecaller पहले से काफी popular है, लेकिन उसमें कई limitations हैं।

Truecaller में:

  • Names users द्वारा add किए जाते हैं
  • कई बार गलत या misleading नाम दिखते हैं

CNAP में:

  • नाम legally verified होगा
  • Network खुद नाम दिखाएगा
  • Impersonation मुश्किल हो जाएगी

हालांकि, CNAP में users को name change या customization का option कम मिलेगा।

CNAP का Rollout कब तक होगा?

TRAI ने अक्टूबर 2025 में CNAP framework को मंजूरी दी थी।
इसके बाद:

  • पिछले महीने live testing शुरू हुई
  • अब धीरे-धीरे सभी networks पर rollout हो रहा है

उम्मीद है कि:

  • March या April 2026 तक
  • लगभग सभी mobile users को CNAP feature मिल जाएगा

पहले यह सुविधा:

  • 4G और 5G users के लिए आएगी
  • बाद में पुराने network users को जोड़ा जाएगा

क्या आपका फोन CNAP सपोर्ट करेगा?

TRAI ने smartphone कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि:

  • वे अपने devices में CNAP support दें
  • Launch के 6 महीनों के अंदर updates जारी करें

ज़्यादातर नए smartphones में:

  • Software update के ज़रिए CNAP enable हो जाएगा

पुराने फोन में support device manufacturer पर depend करेगा।

Privacy को लेकर क्या है चिंता?

कुछ users को चिंता है कि:

  • अब हर कॉल पर नाम दिखेगा
  • Anonymity कम हो सकती है

पहले एक option था:

  • CLIR (Calling Line Identification Restriction)
  • जिससे caller अपना नाम hide कर सकता था

लेकिन कई users का कहना है कि:

  • Telecom operators इस option को restrict कर रहे हैं

TRAI का कहना है कि:

  • KYC data का इस्तेमाल limited और logged होगा
  • Data का use सिर्फ caller identification के लिए किया जाएगा

फिर भी, आने वाले समय में privacy से जुड़े सवाल उठ सकते हैं।

आम लोगों को क्या फायदा होगा?

CNAP से:

  • Scam calls पहचानना आसान होगा
  • Fake bank और government calls पकड़ी जाएंगी
  • Unknown calls उठाने में confidence बढ़ेगा

हालांकि:

  • गलत KYC नाम update करना जरूरी होगा
  • Telecom कंपनियों को data correction fast करनी पड़ेगी

अगर implementation सही रहा, तो यह system calling experience को काफी safe बना सकता है।

Conclusion

CNAP भारत के telecom sector में एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है।
यह feature scam calls पर लगाम लगाने में मदद कर सकता है और लोगों का भरोसा वापस ला सकता है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि rollout के बाद यह system privacy और transparency के बीच कितना अच्छा balance बना पाता है।

Disclaimer

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। CNAP की सुविधाएं, rollout timeline और privacy options TRAI और telecom operators की policies के अनुसार बदल सकते हैं। किसी भी final निर्णय से पहले official announcements ज़रूर देखें।

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