2024 के आम चुनावों के परिणाम घोषित हो गए हैं और इस बार भी देश की राजनीति में कई अहम बदलाव देखने को मिले हैं। चुनाव परिणामों ने राजनीतिक दलों की स्थिति को साफ कर दिया है और यह बता दिया है कि जनता ने किसे समर्थन दिया है। आइए, जानते हैं इस बार कौन से दल के पास कितनी सीटें हैं और किस दल ने कितना अच्छा प्रदर्शन किया है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बीजेपी ने इस बार 241 सीटें जीती हैं, जिसमें 238 सीटें जीती और 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। हालांकि, इस बार बीजेपी ने 60 सीटें खो दी हैं। यह बीजेपी के लिए एक बड़ी सफलता है और इसके चलते एनडीए ने बहुमत हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने कई राज्यों में शानदार प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, राजस्थान, और मध्य प्रदेश में बीजेपी ने बड़ी संख्या में सीटें जीती हैं।
इंडियन नेशनल कांग्रेस (कांग्रेस)
कांग्रेस ने इस बार 99 सीटें जीती हैं, जिसमें 93 सीटें जीती और 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस ने इस बार 45 सीटें अधिक हासिल की हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस बार पूरे देश में जोरदार प्रचार किया, लेकिन वे एनडीए की ताकत को पूरी तरह से चुनौती नहीं दे पाए। कर्नाटक, पंजाब, और केरल में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
समाजवादी पार्टी (सपा)
समाजवादी पार्टी ने कुल 37 सीटें जीती हैं और इस बार 32 सीटों की बढ़त हासिल की है। अखिलेश यादव ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी, खासकर पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश में सपा का प्रदर्शन इस बार काफी मजबूत रहा है।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने इस बार 29 सीटें जीती हैं, जो पिछले चुनाव से 7 सीटें अधिक हैं। टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी और उसे बड़ी संख्या में सीटें जीतने से रोक दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि यह जीत बंगाल की जनता की है और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगी।
द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके)
डीएमके ने इस बार 22 सीटें जीती हैं, जिसमें 18 सीटें जीती और 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, इस बार डीएमके ने 2 सीटें खो दी हैं। तमिलनाडु में डीएमके का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है।
जनता दल (यू)
जनता दल (यू) ने इस बार 12 सीटें जीती हैं। हालांकि, इस बार जदयू ने 4 सीटें खो दी हैं। नीतीश कुमार की पार्टी ने बिहार में अपना प्रदर्शन बनाए रखा है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद)
बिहार में तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल ने कुल 4 सीटें जीती हैं, जो कि पिछले चुनाव से 4 सीटें अधिक हैं। राजद ने एनडीए के खिलाफ मजबूती से चुनाव लड़ा और कई क्षेत्रों में बीजेपी और जदयू को कड़ी टक्कर दी। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह जीत उनके संघर्ष की शुरुआत है और वे बिहार की जनता के लिए काम करते रहेंगे।
युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी)
वाईएसआरसीपी ने इस बार 4 सीटें जीती हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने 17 सीटें खो दी हैं। आंध्र प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन पिछली बार की तुलना में कम रहा है।
आम आदमी पार्टी (आप)
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने इस बार पंजाब में 3 सीटें जीती हैं, जो कि पिछले चुनाव से 2 सीटें अधिक हैं। अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे मुद्दों पर जोर दिया, जिससे जनता का समर्थन मिला।
अन्य दल
इसके अलावा कई छोटे और क्षेत्रीय दलों ने भी चुनाव में हिस्सा लिया और सीटें जीती हैं। अन्य दलों ने कुल 92 सीटें जीती हैं, जिसमें 89 सीटें जीती और 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। इन दलों ने 7 सीटें खो दी हैं।
कुल मिलाकर
इस बार के चुनाव परिणामों ने यह साफ कर दिया है कि एनडीए को जनता का भरपूर समर्थन मिला है और वे तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। बीजेपी ने अपने दम पर बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को भी जनता ने कुछ हद तक समर्थन दिया है। इंडिया गठबंधन ने कई राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन वे एनडीए को चुनौती देने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाए।
पार्टी का नाम | कुल सीटें | जीती हुई सीटें | आगे चल रही सीटें | सीटों में बदलाव |
---|---|---|---|---|
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) | 241 | 238 | 3 | -60 |
इंडियन नेशनल कांग्रेस | 99 | 93 | 6 | +45 |
समाजवादी पार्टी (सपा) | 37 | 37 | 0 | +32 |
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) | 29 | 29 | 0 | +7 |
द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) | 22 | 18 | 4 | -2 |
जनता दल (जदयू) | 12 | 12 | 0 | -4 |
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) | 4 | 4 | 0 | +4 |
युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) | 4 | 4 | 0 | -17 |
आम आदमी पार्टी (आप) | 3 | 3 | 0 | +2 |
अन्य | 92 | 89 | 3 | -7 |
निष्कर्ष
2024 के आम चुनावों ने देश की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव किया है। बीजेपी और एनडीए ने फिर से बहुमत हासिल कर लिया है और अब तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं।