इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करना हर टैक्सपेयर के लिए जरूरी है, लेकिन कई बार छोटी-छोटी गलतियों की वजह से परेशानी हो सकती है। ये गलतियाँ न सिर्फ आपका समय बर्बाद करती हैं, बल्कि जुर्माना या नोटिस का कारण भी बन सकती हैं। इस आर्टिकल में हम 5 ऐसी आम गलतियों के बारे में बात करेंगे जो टैक्सपेयर ITR फाइल करते समय करते हैं और उन्हें कैसे टाला जा सकता है। ये जानकारी आसान और देसी हिंदी में है, ताकि हर कोई समझ सके।
1. गलत ITR फॉर्म चुनना
कई बार लोग जल्दबाजी में गलत ITR फॉर्म चुन लेते हैं। हर टैक्सपेयर की आय के स्रोत और स्थिति के हिसाब से अलग-अलग ITR फॉर्म होते हैं।
- तकनीकी विवरण:
- ITR-1 (सहज): सैलरी, एक मकान की आय, या 50 लाख तक की आय वालों के लिए।
- ITR-2: जिनके पास पूंजीगत लाभ या विदेशी आय है।
- ITR-3: बिजनेस या प्रोफेशनल आय वालों के लिए।
- ITR-4 (सुगम): छोटे बिजनेस या फ्रीलांसर (50 लाख तक आय) के लिए।
- कैसे टालें? अपनी आय का स्रोत और कुल आय ध्यान से चेक करें। इनकम टैक्स की वेबसाइट पर फॉर्म की जानकारी पढ़ें या किसी CA से सलाह लें।
2. आय की जानकारी छुपाना
कई टैक्सपेयर अपनी सारी आय की जानकारी नहीं देते, जैसे ब्याज की आय या किराए की आय। ये गलती नोटिस का कारण बन सकती है।
- तकनीकी विवरण:
- बैंक खातों से मिलने वाला ब्याज (सेविंग्स, FD, RD)।
- किराए की आय या पूंजीगत लाभ।
- फ्रीलांसिंग, स्टॉक मार्केट, या म्यूचुअल फंड से आय।
- कैसे टालें? अपने सभी बैंक स्टेटमेंट और फॉर्म 26AS को अच्छे से चेक करें। सारी आय को ITR में शामिल करें।
3. गलत बैंक डिटेल्स देना
ITR फाइल करते समय गलत बैंक खाता नंबर या IFSC कोड देना आम गलती है। इससे रिफंड में देरी हो सकती है।
- तकनीकी विवरण:
- बैंक खाता नंबर और IFSC कोड सही होना चाहिए।
- खाता प्री-वैलिडेटेड होना चाहिए।
- रिफंड के लिए सही ईमेल और मोबाइल नंबर देना जरूरी है।
- कैसे टालें? ITR फाइल करने से पहले बैंक डिटेल्स दो बार चेक करें। इनकम टैक्स पोर्टल पर प्री-वैलिडेट बैंक खाता ऑप्शन का उपयोग करें।
4. डेडलाइन मिस करना
ITR फाइल करने की आखिरी तारीख मिस करना कई लोगों की आदत है। इससे जुर्माना और ब्याज देना पड़ सकता है।
- तकनीकी विवरण:
- सामान्य डेडलाइन: 31 जुलाई (वित्तीय वर्ष के लिए)।
- देरी से फाइलिंग पर 5,000 रुपये तक जुर्माना (1 लाख से कम आय वालों के लिए 1,000 रुपये)।
- ब्याज: सेक्शन 234A के तहत 1% मासिक ब्याज।
- कैसे टालें? कैलेंडर में रिमाइंडर सेट करें। समय से पहले दस्तावेज तैयार रखें।
5. TDS और डिडक्शन का गलत दावा
कई बार लोग गलत TDS या डिडक्शन का दावा कर लेते हैं, जो बाद में परेशानी बनता है।
- तकनीकी विवरण:
- फॉर्म 16 और 26AS में TDS की जानकारी चेक करें।
- सेक्शन 80C, 80D जैसे डिडक्शन के लिए सही दस्तावेज जरूरी हैं।
- गलत दावा करने पर नोटिस या रिफंड रुक सकता है।
- कैसे टालें? फॉर्म 26AS डाउनलोड करें और TDS की जानकारी मिलाएं। डिडक्शन के लिए सही प्रूफ रखें।
निष्कर्ष
ITR फाइल करना जटिल लग सकता है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी से आप इन गलतियों से बच सकते हैं। सही फॉर्म चुनें, सारी आय की जानकारी दें, बैंक डिटेल्स चेक करें, समय पर फाइल करें, और TDS/डिडक्शन सही दावा करें। अगर आपको समझने में दिक्कत हो रही है, तो किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद लें। इससे आपका समय बचेगा और नोटिस की टेंशन भी नहीं होगी।