जीएसटी में बदलाव: चिप्स, AC, कार, बाइक और बीमा होंगे सस्ते | पूरी लिस्ट पढ़ो यंहा

जीएसटी में आ रहा है बड़ा ओवरहॉल, आम आदमी को मिलेगा फायदा

देश में जीएसटी (Goods and Services Tax) यानी वस्तु एवं सेवा कर लागू हुए अब छह साल से ज्यादा का वक्त हो गया है। अब इसमें एक बड़ा बदलाव होने वाला है जिसका सीधा फायदा आप और हम जैसे आम लोगों को मिलने वाला है। अगले हफ्ते जीएसटी दरों में बदलाव को लेकर एक बड़ी बैठक होनी है, जहाँ इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।

इस बदलाव का मकसद टैक्स के ढांचे को आसान बनाना और रोजमर्रा की इस्तेमाल होने वाली चीजों को सस्ता करना है। ताकि हर किसी की जेब पर कम बोझ पड़े और जिंदगी थोड़ी आसान हो।

क्या है पूरा मामला? समझिए सरल भाषा में

फिलहाल, भारत में जीएसटी के चार स्लैब (दरें) हैं: 5%, 12%, 18% और 28%। सरकार का प्रस्ताव है कि इन चार स्लैब को घटाकर सिर्फ दो या तीन स्लैब कर दिए जाएं। मुख्य रूप से 12% और 18% के स्लैब को मिलाकर एक नया 16% या 18% का स्लैब बनाने पर विचार हो रहा है।

इसका मतलब यह हुआ कि जो भी सामान अभी 12% और 18% के स्लैब में आते हैं, वो सभी एक ही स्लैब में आ जाएंगे। साथ ही, 28% स्लैब को भी कम करने की योजना है, जिससे महंगे सामान like कार, बाइक, AC आदि भी सस्ते होंगे।

क्या-क्या बदलाव प्रस्तावित हैं?

आसान भाषा में समझने के लिए नीचे दी गई लिस्ट देखें:

  • वर्तमान जीएसटी स्लैब: 5%, 12%, 18%, 28%
  • प्रस्तावित नया जीएसटी स्लैब:
    • 5% का स्लैब (जरूरी चीजों के लिए) ज्यों का त्यों रहेगा।
    • 12% और 18% के स्लैब को मिलाकर एक नया स्लैब (लगभग 16-18%) बनाया जा सकता है।
    • 28% के स्लैब को खत्म करके उन चीजों को भी नए स्लैब में शामिल किया जा सकता है।
    • लक्जरी आइटम (जैसे सिगरेट, तंबाकू) पर एक अलग ‘सिन टैक्स’ (पाप कर) भी लगाया जा सकता है।

किन-किन चीजों पर पड़ेगा सीधा असर? पूरी लिस्ट

अगर ये बदलाव लागू होते हैं, तो रोजाना इस्तेमाल होने वाली दर्जनों चीजें सस्ती होंगी। आइए जानते हैं कौन सी चीजें महंगी होने की बजाय सस्ती होंगी।

1. रोजमर्रा के खाने-पीने का सामान (पैकेज्ड फूड)

अभी जो स्नैक्स और खाने का सामान 12% जीएसटी के दायरे में आता है, वो सस्ता होगा।

  • नमकीन, भुजिया और चिप्स
  • इंस्टेंट नूडल्स और पास्ता
  • जैम, सॉस (केचप) और जेली
  • पैकेट वाले जूस और फलों के पल्प
  • कंडेंस्ड मिल्क और पनीर
  • घी और मक्खन
  • पैकेज्ड दही और छाछ

2. घर और पर्सनल केयर का सामान

इस्तेमाल की जाने वाली ये चीजें भी होंगी सस्ती।

  • साबुन और हेयर ऑयल
  • टूथ पाउडर और कुछ कॉस्मेटिक्स
  • छाता और जूट के बैग
  • लकड़ी और बांस का फर्नीचर
  • पेंसिल और स्टेशनरी आइटम
  • बच्चों के खिलौने
  • ऊनी और सिंथेटिक कपड़े
  • 1000 रुपये से कम कीमत वाले जूते-चप्पल

3. बड़े इलेक्ट्रॉनिक आइटम और गाड़ियां (28% से 18% स्लैब में जाएंगे)

यह सबसे बड़ा बदलाव होगा, जिससे बड़े खर्चे वाले सामान पर अच्छी छूट मिल सकती है।

  • एयर कंडीशनर (AC)
  • टेलीविजन (TV)
  • रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन
  • मोबाइल फोन (स्मार्टफोन)
  • छोटी कारें और दोपहिया वाहन (बाइक-स्कूटर)

4. सबसे बड़ी राहत: बीमा प्रीमियम और हेल्थकेयर

यह सबसे जरूरी और अच्छा बदलाव होगा।

  • स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) का प्रीमियम: अभी 18% जीएसटी लगता है, जिसे घटाकर 5% या फिर पूरी तरह से खत्म करने पर विचार हो रहा है। इससे हर परिवार का सालाना हजारों रुपये का बोझ कम होगा।
  • जीवन बीमा (Life Insurance) का प्रीमियम: इसे भी सस्ता किया जा सकता है।

निष्कर्ष: आम आदमी के लिए है अच्छी खबर

कुल मिलाकर, जीएसटी में यह बदलाव आम जनता के लिए एक दिवाली गिफ्ट जैसा है। इससे न सिर्फ रोजाना की जरूरतों का खर्च कम होगा, बल्कि बड़े सपने like नई कार, नया AC या फिर अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस लेना भी ज्यादा आसान हो जाएगा। हालाँकि, यह प्रस्ताव अभी बैठक में पास होना बाकी है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर मुहर लग जाएगी।

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