Post Office की 5 ज़बरदस्त स्कीमें – कम पैसे में बड़ा मुनाफा! महिलाओं के लिए भी खास तोहफा

आजकल हर कोई अपनी कमाई से थोड़ा-बहुत बचाकर रखना चाहता है। और ये बचत ऐसी जगह लगानी चाहिए जहां पैसा सुरक्षित रहे और अच्छा रिटर्न भी मिले। इसी में पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं बहुत पॉपुलर हैं। ये स्कीम्स आपको सालाना 7.5% से 8.2% तक का शानदार ब्याज देती हैं। हर उम्र और हर क्लास के लोग इनमें इन्वेस्ट कर सकते हैं। आज हम ऐसी ही पांच बेहतरीन योजनाओं के बारे में बात करेंगे, जहां छोटे निवेश से बड़ा फंड बन सकता है। इनमें से दो स्कीम्स खास तौर पर महिलाओं और लड़कियों के लिए हैं। चलिए, एक-एक करके जानते हैं इनके बारे में। ये जानकारी आपके लिए बहुत काम की साबित होगी, क्योंकि ये सरकारी गारंटी वाली हैं और टैक्स बचाने का भी फायदा देती हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों का सुरक्षित भविष्य (Sukanya Samriddhi Yojana – SSY)

सबसे पहले बात करते हैं सुकन्या समृद्धि योजना की। ये स्कीम सिर्फ एक बैंक अकाउंट नहीं है, बल्कि मां-बाप के लिए अपनी बेटी की पढ़ाई, शादी और बड़े सपनों के लिए पैसा जोड़ने का बढ़िया तरीका है। अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है, तो उसके नाम पर ये अकाउंट खोल सकते हैं। सरकार इसमें 8.2% का धमाकेदार सालाना ब्याज देती है। हर साल आप 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। और अच्छी बात ये कि इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है।

मान लीजिए आप हर साल 1.5 लाख रुपये 15 साल तक जमा करते हैं। फिर अगले 6 साल तक ब्याज जुड़ता रहेगा। मैच्योरिटी पर कुल मिलाकर 69 लाख रुपये से ज्यादा का फंड बन जाएगा। इसमें आपका जमा पैसा 22.5 लाख होगा और बाकी 46 लाख से ज्यादा ब्याज से आएगा। सरकार ने ये स्कीम बेटियों के बेहतर कल के लिए शुरू की थी, और अब तक करोड़ों अकाउंट्स खुल चुके हैं। ये योजना पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि पोस्ट ऑफिस चलाता है। अगर आप पापा-मम्मी हैं, तो ये आपके लिए परफेक्ट है। छोटी बचत से बेटी का बड़ा सपना पूरा हो सकता है। इसमें पैसा 21 साल बाद निकलता है, जब बेटी बड़ी हो जाती है। बीच में जरूरत पड़ने पर कुछ नियमों के साथ निकासी भी कर सकते हैं। कुल मिलाकर, ये स्कीम बेटियों की सशक्तिकरण के लिए बेस्ट है।

फायदे:

  • सालाना 8.2% का जबरदस्त ब्याज
  • हर साल 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं
  • निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट
  • 15 साल तक पैसे जमा करने के बाद मैच्योरिटी पर मोटी रकम मिलती है

पब्लिक प्रोविडेंट फंड: लंबे समय का सुरक्षित निवेश (Public Provident Fund – PPF)

अब आते हैं पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF पर। ये एक ऐसी योजना है जो लंबी दूरी के लिए बनी है। सरकार इसमें पैसों की सेफ्टी की गारंटी देती है। खासकर नौकरीपेशा लोगों के लिए ये बहुत फायदेमंद है, जो रिटायरमेंट के लिए टैक्स-फ्री सेविंग्स चाहते हैं। अभी इसमें 7.1% का सालाना ब्याज मिल रहा है। धारा 80C से 1.5 लाख तक की टैक्स छूट भी है।

इसमें निवेश शुरू करने के लिए सिर्फ 500 रुपये काफी हैं। एक साल में मैक्सिमम 1.5 लाख जमा कर सकते हैं। लॉक-इन पीरियड 15 साल का है, लेकिन उसके बाद हर 5 साल बढ़ा सकते हैं। मैच्योरिटी पर जो पैसा मिलता है, वो पूरा टैक्स-फ्री होता है। सोचिए, अगर आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा जमा करते हैं, तो 15 साल बाद कितना बड़ा अमाउंट बन जाएगा। ये स्कीम उन लोगों के लिए आइडियल है जो रिस्क नहीं लेना चाहते। बैंक FD से बेहतर रिटर्न देती है और सरकारी बैकिंग है। अगर आप जवान हैं, तो अभी से शुरू करें। ये आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग का बेस बन सकता है। इसमें लोन लेने का भी ऑप्शन है, अगर इमरजेंसी हो। कुल मिलाकर, PPF छोटी बचत को बड़ा बनाने का सॉलिड प्लान है।

फायदे:

  • 7.1% सालाना ब्याज
  • सिर्फ ₹500 से शुरुआत कर सकते हैं
  • एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश की सीमा
  • 15 साल का लॉक-इन पीरियड
  • मैच्योरिटी पर मिलने वाला पैसा पूरी तरह टैक्स फ्री

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट: मध्यम अवधि का भरोसेमंद ऑप्शन (National Savings Certificate – NSC)

तीसरी स्कीम है नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट या NSC। ये पोस्ट ऑफिस की एक सरकारी योजना है, जहां आप 5 साल के लिए पैसा लगाते हैं और 7.7% का ब्याज मिलता है। ब्याज हर साल जुड़ता है, लेकिन पैसे पूरे 5 साल बाद मिलते हैं। निवेश की कोई ऊपरी लिमिट नहीं है, जितना चाहें उतना डाल सकते हैं। धारा 80C से टैक्स बचत भी है, 1.5 लाख तक।

ये स्कीम अकेले या जॉइंट में खरीद सकते हैं। मध्यम समय के लिए ये बहुत ट्रस्टेड है। मान लीजिए आप 1 लाख रुपये लगाते हैं, तो 5 साल बाद ब्याज समेत करीब 1.45 लाख मिलेंगे। ये उन लोगों के लिए अच्छी है जो शॉर्ट टर्म नहीं बल्कि मीडियम टर्म इन्वेस्टमेंट चाहते हैं। बच्चों की पढ़ाई या घर का कोई प्लान हो, तो ये फिट बैठती है। पोस्ट ऑफिस में आसानी से मिल जाती है। कोई रिस्क नहीं, क्योंकि सरकार चलाती है। अगर आप पहली बार इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो NSC से शुरू करें। ये सिंपल और स्ट्रेटफॉरवर्ड है।

फायदे:

  • 7.7% का सालाना ब्याज
  • मैच्योरिटी पर पूरी रकम एक साथ मिलती है
  • 80C के तहत टैक्स छूट
  • सिंगल या जॉइंट दोनों तरह से अकाउंट खुलता है

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम: हर महीने कमाई का जरिया (POMIS)

चौथी योजना है पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम या POMIS। ये उन लोगों के लिए बेस्ट है जो एक बार पैसा लगाकर हर महीने इनकम चाहते हैं। सरकार इसमें 7.4% का ब्याज देती है। निवेश के एक महीने बाद से ब्याज मिलना शुरू हो जाता है, और वो हर महीने आपके अकाउंट में आता है।

शुरुआत 1000 रुपये से कर सकते हैं। सिंगल अकाउंट में 9 लाख तक, जॉइंट में 15 लाख तक लगाएं। लॉक-इन 5 साल का है। कैलकुलेशन देखें: 9 लाख पर हर महीने 5550 रुपये ब्याज से कमाई। 15 लाख पर 9250 रुपये मंथली। ये रिटायर्ड लोगों या हाउसवाइफ्स के लिए परफेक्ट है, क्योंकि रेगुलर इनकम देती है। सुरक्षित है और पोस्ट ऑफिस में आसानी से खुलता है। अगर आप FD जैसे ऑप्शन ढूंढ रहे हैं, लेकिन मंथली पेमेंट चाहिए, तो ये चुनें। इसमें ट्रांसफर का भी ऑप्शन है। कुल मिलाकर, POMIS छोटी बचत को मंथली फायदे में बदल देती है।

फायदे:

  • 7.4% का मंथली ब्याज
  • निवेश की शुरुआत सिर्फ ₹1,000 से
  • सिंगल अकाउंट में ₹9 लाख तक निवेश की सीमा
  • जॉइंट अकाउंट में ₹15 लाख तक निवेश कर सकते हैं

महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र: महिलाओं का स्पेशल प्लान (Mahila Samman Savings Certificate – MSSC)

आखिरी स्कीम है महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र या MSSC। ये सरकार ने खास महिलाओं के लिए शुरू की है। 2 साल के लिए निवेश पर 7.5% ब्याज मिलता है। सभी पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध है। नाबालिग लड़की के नाम पर भी पैरेंट्स लगा सकते हैं। मिनिमम 1000, मैक्सिमम 2 लाख रुपये।

अगर एक महिला के कई अकाउंट हैं, तो कुल 2 लाख तक ही। अकाउंट्स के बीच 3 महीने का गैप जरूरी। 1 साल बाद 40% निकासी कर सकते हैं। 6 महीने बाद क्लोज कर सकते हैं, लेकिन 2% ब्याज कटेगा। ये स्कीम महिलाओं को फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस देती है। छोटे निवेश से अच्छा रिटर्न। अगर आप महिला हैं, तो ये ट्राई करें। सुरक्षित और आसान।

फायदे:

  • 7.5% का सालाना ब्याज
  • सिर्फ 2 साल की स्कीम
  • न्यूनतम निवेश ₹1,000 और अधिकतम ₹2 लाख
  • एक महिला के नाम अधिकतम ₹2 लाख तक निवेश की अनुमति
  • आंशिक निकासी की सुविधा – एक साल बाद 40% बैलेंस निकाला जा सकता है

डिस्क्लेमर

ये लेख सिर्फ जानकारी के लिए है। निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। ब्याज रेट्स बदल सकते हैं। हम कोई निवेश सलाह नहीं दे रहे। अपना रिसर्च करें और रिस्क समझें। पोस्ट ऑफिस की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच से कन्फर्म करें।

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